Monday, July 09, 2018

Philosophy of Atma

आतमा अजर,अमर,निर्मल और शाश्वत है लेकिन जब उस पर करमों का आवरण छा जाता है वह उसी प्रकार से आचरण करती है । पुण्य करम करने वाली आतमा को पुण्यातमा कहा जाता है और पाप करम करने वाली को पापात्मा ! मनुषय मृत्यु के समय जैसी इच्छा रखता है वैसी ही गति पाता है
बुराडी हत्या कांड मे मरने वालों की इच्छा ईशवर प्राप्ति की थी इसलिये भूतों का तो प्रश्न ही नहीं उठता ! इसलिये डरने की कोई ज़रूरत नहीं है ! वैसे इस विषय में नौं लोगों की हत्या हुईहै और दो ने आत्म हत्या की है वो भी एक मानसिक रोगी और अज्ञानी के कारण !

No comments: