साधारण तौर पर प्राकृतिक आपदायें आती हैं और चली जाती हैं वह तभी
विकराल रूप धारण करती हैं जब नासमझी के कारण कोई ग़लत क़दम उठा लिया जाये ! हमारा शरीर अपने आप में विज्ञान है इस की बनावट, रक्त अस्थि मजजा इत्यादि कोशिकायें नलिकाओं के साथ साथ विभिन्न प्रकार के कीटाणु और विषाणु भी contd.
विकराल रूप धारण करती हैं जब नासमझी के कारण कोई ग़लत क़दम उठा लिया जाये ! हमारा शरीर अपने आप में विज्ञान है इस की बनावट, रक्त अस्थि मजजा इत्यादि कोशिकायें नलिकाओं के साथ साथ विभिन्न प्रकार के कीटाणु और विषाणु भी contd.
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