Friday, April 14, 2017

मेरी फिलोसोफी

मेरी फिलोसोफी आफ लाईफ़,भगवत गीता पर आधारित है । आत्मा क्या है ? मेरे शब्दों मे,"आत्मा एक चेतन तत्व है जो सारे ब्रह्मांड मे व्याप्त है । आधुनिक युग
मे इसे अणु भी कहा जा सकता है यह अणु विशिष्टता लिये हुये है,यह अपने मे करम,विचार,भावनायें और संस्कार समेटे हुये रहता है और यही करमों की गठरी ,
मृत्यु पश्चात दूसरे शरीर मे प्रवेश करती है " मैने अपनी कृतियों को उन कवियों,
संतों की रचनाओं से चुना है जो आत्मा पर आधारित हैं । २० से २२ वर्ष की सतत
साधना के उपरांत मैने अपनी पहली एल्बम "एक ओंकार सिरीज़ पार्ट १." निकाली । यह गुरू नानक देव जी की गुरू वाणी पर आधारित है । इस की सारी
कमपोजीशंस मेरे गुरू कुंदन लाल जी की देन हैं लेकिन भजनों का विस्तार मैने दिया है । क्रमश ।

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