Monday, April 24, 2017

मेरी चौथी एल्बम बुललेशाह

मेरी चौथी एल्बम बुललेशाह के ईश्वरीय प्रेम पर आधारित है उन्हों ने परमात्मा को अपनी प्रेमिका माना और जीवन भर उन का गुणगान करते रहे ! उन का मानना था कि यह प्रेम एक जन्म का न हो कर कई जन्मों का प्रति फल है।सूफ़ीइजम एक आध्यात्मिक साधना है,उन्हों ने परमात्मा रूपी प्रेमिका को अपनी पत्नी माना और उन की प्रशंसा मे नाचते गाते रहे ! उनकी सोच यह थी कि संसार एक स्वप्न है और जीवन एक लम्बी जुदाई ! बुललेशाह का ईश्वरीय प्रेम अलौकिक था, जहाँ आत्मा परमात्मा मे विलीन हो जाती है !
रांझा जोगीडा बन आया नी । इस रचना मे बुललेशाह कहते हैं कि परमात्मा रूपी
रांझा जोगी का रूप धारण कर के आया है जिस ने मेरे मन को मोह लिया है । इस मे उन्हों ने रांझा की सुंदरता का वर्णन किया है ! क्रमश !

No comments: